बुजुर्ग परिवार की अमूल्य धरोहर है,जिनकी सेवा करना हमारा परम कर्तव्य होता है
देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कालानी बाग सेंटर में मां चामुंडा सेवा समिति की ओर से ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी एवं संत पूर्णानंद जी महाराज के सानिध्य में एवं समिति संयोजक रामेश्वर जलोदिया के नेतृत्व में सेवा कार्यों में लगी माता बहनों को कंबल भेंट किए गए। कार्यक्रम समाजसेवी दीपक मन्नूलाल गर्ग, सुरेश जयसवाल, दीपिका खंडेलवाल रामाश्रय मिश्रा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि श्रीभगवान जाजू, सतीश कुमार अभिषेक सोनी, ओम तापड़िया थे। ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी ने इस दौरान अपनी अमृतवाणी में कहा कि परोपकार की भावना मनुष्य को फरिश्ता बना देती है। ऐसी आत्माएं जो दूसरों के हित साधन में अपनी संपूर्ण जिंदगी को समर्पित कर देते हैं वही असल मे परोपकारी होते है। परोपकार के समान कोई धर्म नहीं। आगे कहा कि मन वचन और कर्म से परोपकार की भावना से कार्य करने वाले व्यक्ति संत की श्रेणी में आते हैं। यह ऐसा कृत्य है जिसके द्वारा शत्रु भी मित्र बन जाता है। जिस तरह से वृक्ष कभी अपना फल नहीं खाता, नदी अपना पानी नहीं पीती, सूर्य हमें रोशनी देकर चला जाता है। दया, प्रेम, अनुराग, करुणा एवं सहानुभूति आदि के मूल में परोपकार की भावना समाहित होती है। रामेश्वर जलोदिया ने कहा कि बुजुर्ग हमारे प्रणेता व परिवार की अमूल्य धरोहर होती हैं। जिनकी सेवा करना हमारा परम कर्तव्य होता है। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी, अपुलश्री दीदी, समाजसेवी नरेंद्र मिश्रा, रामेश्वर जलोदिया, अभिषेक तिवारी मुरलीधर पांचाल, प्रदीप लाठी, बंसीलाल राठौर भाई, विवेक भाई, एकता बहन, हेमा वर्मा बहन, मंजू जलोदिया, प्रेमलता चौहान, सुधा सोलंकी, संगीता जोशी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रामेश्वर जलोदिया ने किया। आभार ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी ने माना।

