देवास।अलुमनी एसोसिएशन आफ नवोदय ‘दान’ के बैनर तले हुआ महाआयोजन— आयोजन में जुटे चंद्रकेशर बांध स्थित देवास जिले के नवोदय विद्यालय के 700 से अधिक पूर्व छात्र—छात्राएं एलुमनी एसोसिएशन आफ नवोदय अर्थात दान संस्था ने रविवार 7 दिसंबर को शुभ—लाभ गार्डन राजोदा रोड देवास में एलुमनी मीट का आयोजन किया।आयोजन का नाम रहा- नवोदय : एक कारवां। इसमें नवोदय विद्यालय, चंद्रकेशर बांध, जिला देवास के करीब 700 पूर्व विद्यार्थी शामिल हुए! साथ ही इसमें पूर्व प्राचार्य, पूर्व शिक्षक व वर्तमान शिक्षकगण शामिल हुए। आयोजन का शुभारंभ शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्ववलन कर तथा हिमालयन एकेडमी व घुंघरू एकेडमी देवास की कथक साधिकाओं द्वारा मां सरस्वती की वंदना के साथ हुआ! इसके पश्चात सभी ने नवोदय की प्रार्थना— हमीं नवोदय हों का सामूहिक गान किया! दान की अध्यक्ष स्मिता तापड़िया ने संस्था की स्थापना, एलुमनी मीट के आयोजन के बारे में बताया! सचिव सीए नीरज जैन ने संस्था दान द्वारा विद्यार्थियों को सहायता, कोचिंग, शिक्षण—प्रशिक्षण, सेमिनार, मार्गदर्शन आदि देने के संबंध में भविष्य की योजनाओं का ब्लू प्रिंट बताया! पूर्व विद्यार्थी ईश्वर शर्मा के संचालन में कार्यक्रम पूरी गंभीरता के साथ—साथ हंसी की फुहारों के साथ चला! आभार नवोदय के पूर्व विद्यार्थी व वर्तमान में ग्वालियर जिला पंचायत सीईओ सुजानसिंह रावत ने माना! कार्यक्रम के पश्चात शानदार महाभोज का आयोजन हुआ!इन शिक्षकों के पांव धोकर किया सम्मान पूर्व विद्यार्थियों ने चंद्रकेशर बांध नवोदय विद्यालय के संस्थापक प्राचार्य श्री अरुण कुमार तिवारी, श्रीमति रीता तिवारी, उप प्राचार्य श्री प्रेमेंद्र कुमार सहित शिक्षकवृंद श्री अनिल माकोड़े, श्रीमती निशा माकोड़े, श्री पवनकुमार बत्रा, श्री प्रदीप कुमार जोशी, डा. गजेंद्रसिंह पटेल, श्रीमति अंजलि शर्मा, श्री हरेंद्रकुमार सिंह, श्री राकेश अखंड, श्री शैलेंद्र जी व श्री नवीन वर्मा के चरण पानी व दूध से धोए! इस सम्मान से अभिभूत शिक्षकों ने छात्र—छात्राओं को आशीर्वाद देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।थाईलैंड सहित देशभर से आए पूर्व छात्रदान संस्था के सचिव सीए नीरज जैन ने बताया कि चंद्रकेशर बांध नवोदय के पूर्व विद्यार्थी देश—विदेश में अपनी प्रतिभा का ध्वज लहरा रहे हैं! इस अलुमनी मीट में देश के कई शहरों के साथ—साथ थाईलैंड से भी पूर्व विद्यार्थी आकर शामिल हुए! आयोजन में डीजे का कमाल और ढोल पर धमाल भी हुआ।ये रहे नींव के पत्थर आयोजन को सफल बनाने में 1994 से लेकर 2025 की बैच तक के पूर्व विद्यार्थी जुटे! इनमें जितेंद्र सिंह शेष, संजयसिंह बरौनिया, गजराज जी, ख्यात कार्टूनिस्ट गोविंद लाहोटी कुमार, गोविंद जानी, हेमंत दुबे, विमलेश राठौर, अंतिम देवड़ा, विकास विश्वकर्मा, नीलेश चौधरी, राहुल कुमार गोविन्द जानी, रूपनेंद्र (उमेश ) गवली आदि का योगदान रहा।

