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1 Jan 2026, Thu

छोड़ो लाज और दकियानूसी सोच खुल कर करो बात नि:संकोच- मासिक धर्म स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर सुरक्षित बचपन परियोजना के तहत जागरूकता अभियान सम्पन

देवास। विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 28 मई के विशेष अवसर पर आर संस्था ने चाइल्ड राइट्स एंड यू के साथ मिलकर सुरक्षित बचपन परियोजना के अंतर्गत एक सप्ताह का जन जागरूकता अभियान का आरम्भ 22 मई से किया। इस अभियान का उद्देश्य मासिक धर्म से जुड़ी स्वच्छता, स्वास्थ्य, जागरूकता, और सामाजिक मिथकों को तोड़ना था। यह अभियान देवास और इंदौर जिलों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चलाया गया, जिसमें समुदाय स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी केंद्र, स्कूल, ग्राम पंचायत, सरपंच और स्थानीय समुदाय के लोगों की सक्रिय भागीदारी रही। अभियान के दौरान सीआरव्हॉय और आस की टीम ने विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया, जिनमें नुक्कड़ नाटक, मां-बेटी संवाद, साँप-सीढ़ी जैसे खेलों के माध्यम से जानकारी साझा किया। सैनिटरी पैड के उपयोग और सही तरीके से निस्तारण की गतिविधियाँ, आदि के बारे में बताया। पूरे कार्यक्रम में किशोर- किशोरियों, महिलाओं, पुरुषों और बुजुर्गों को इस जागरूकता अभियान में शामिल किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया कि मासिक धर्म एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और इससे जुड़ी रूढि़वादी सोच, शर्म और चुप्पी को तोडऩा समय की जरूरत है। संस्था डायरेक्टर वसीम इक़बाल ने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि हर लडक़ी और महिला को न केवल मासिक धर्म के समय स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हो, बल्कि वे आत्मविश्वास के साथ इस विषय पर खुलकर बात भी कर सकें। इस अभियान ने सामुदायिक स्तर पर संवाद की एक नई शुरुआत की है और यह पहल आगे भी जारी रहेगी, ताकि एक स्वस्थ, जागरूक समाज की नींव रखी जा सके। सीआईव्हाय परियोजना समन्वयक शुभांगी शर्मा, कमला मुहरे, नसीम अली, धर्मेंद्र रावत, पिंकी राजपूत, आशिया शेख, अंतिम झाला, सीमा भालेकर, माया मनावत द्वारा इंदौर के 10 समुदायों व देवास के 5 गाँवो में यह आयोजन किया जा रहा है।