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31 Dec 2025, Wed

देवास में ‘शराब माफिया राज’ का बोलबाला: अवैध वसूली, अघोषित अहाते और महंगी शराब का खुला खेल, विभाग मौन

देवास। शहर और जिलेभर में शराब दुकानों पर ‘माफिया राज’ का बोलबाला है, जिसने आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, शराब माफिया अवैध वसूली, अघोषित अहातों के संचालन और मनमाने ढंग से महंगी शराब बेचने का खुला खेल खेल रहे हैं, जबकि जिम्मेदार विभाग पूरी तरह से मौन साधे हुए है।*खुलेआम हो रही महंगी शराब की बिक्री:*शिकायतों के मुताबिक, बायपास स्थित ओम साईनाथ इंटरप्राइजेस पर शराब 30 से 40 रुपये प्रति बोतल अधिक दरों पर खुलेआम बेची जा रही है। हैरानी की बात यह है कि इन अनियमितताओं के बावजूद आबकारी विभाग ने चुप्पी साध रखी है। इसी तरह, सिया दुकान और मंडी क्षेत्र की दुकानों पर भी नियमों को ताक पर रखकर शराब ऊंचे दामों पर बेची जा रही है। ऐसी स्थिति ठेकेदारों और आबकारी विभाग के अधिकारियों के बीच गहरी मिलीभगत की ओर इशारा करती है।अवैध अहातों का बढ़ता जाल:प्रदेश में अहाते बंद करने के शासनादेश के बावजूद देवास में अवैध अहातों का जाल फैल रहा है। नावेल्टी दुकान पर तो बकायदा एक अवैध अहाता चालू हो चुका है। इसके अतिरिक्त, शहर के स्टेशन रोड, लॉयन होटल, कालूखेड़ी, हाटपीपल्या, बायपास जैसे अन्य क्षेत्रों में भी अघोषित अहाते धड़ल्ले से चल रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इन अवैध अहातों से अर्जित किया गया मोटा पैसा सीधे आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों की जेब में जा रहा है। इस स्थिति से शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है और आम जनता को खुलेआम लूटा जा रहा है।प्रशासन की बेबसी या मिलीभगत पर सवाल:बार-बार मिल रही शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह सब कुछ मिलीभगत से हो रहा है। यह गंभीर सवाल खड़े करता है कि क्या जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस शराब माफिया राज पर लगाम लगा पाएगी? या यह अवैध गठजोड़ यूँ ही बेलगाम चलता रहेगा?देवास की जनता की निगाहें अब उच्चस्तरीय कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि इस अवैध धंधे पर रोक लग सके और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।