देवास नाथ सम्प्रदाय वर्ष भर आभूषणों को एकत्रित नवनिर्मित आभूषण माता रानी को करता है अर्पित- जिला प्रशासन की कोई भूमिका नहीं, फिर भी श्रेय लेने की कोशिश माँ चामुण्डा टेकरी पर अपनी पीढिय़ों से सेवा दे रहे नाथ सम्प्रदाय के पुजारी परिवारों ने एक बार फिर अपनी निष्ठा और ईमानदारी का परिचय देते हुए माँ तुलजा भवानी को 10 ग्राम सोने का टीका और 2 किलो चांदी का मुकुट विधिवत पूजा-अर्चना के साथ अर्पित किया।नाथ सम्प्रदाय अध्यक्ष अशोक नाथ पुजारी ने जानकारी दी कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है, जिसमें टेकरी पर आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा स्वेच्छा से दिए गए सोने-चांदी के आभूषणों को पुजारीगण वर्षों तक संजोते हैं। जब एक पर्याप्त मात्रा एकत्रित हो जाती है, तब उन्हीं आभूषणों का सही उपयोग कर मां को नवनिर्मित आभूषण अर्पित किए जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में नाथ सम्प्रदाय के संरक्षक एवं देवास विधायक श्रीमंत गायत्रीराजे पवार के मार्गदर्शन में कार्य होता है। पुजारीगण विधायक और कलेक्टर की उपस्थिति में ही आभूषण अर्पित करते हैं, जिससे पारदर्शिता बनी रहे। नाथ सम्प्रदाय ने स्पष्ट किया कि इस पुण्य कार्य में जिला प्रशासन की कोई भूमिका नहीं होती, लेकिन इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी इस सेवा कार्य का श्रेय लेने का प्रयास करते हैं, जो अनुचित है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 9 अप्रैल 2024 को माँ चामुण्डा को रजत व स्वर्ण आभूषण अर्पित किए गए थे। यह परंपरा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में ईमानदारी और धर्मनिष्ठा का भी संदेश देती है। नाथ सम्प्रदाय का यह सेवा भाव निश्चित ही समाज के लिए प्रेरणास्पद है, जिसे मान्यता और सम्मान मिलना चाहिए।
पुजारी सम्प्रदाय ने माँ तुलजा भवानी को अर्पित किया 10 ग्राम सोने का टीका और 2 किलो का चांदी का मुकुट

