देवास। स्व. कैलाश जोशी शासकीय महाविद्यालय बागली के सभागार मे मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा मिट्टी के गणेश बनाने की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सर्वप्रथम विकासखंड समन्वयक प्रफुल्ल पाठक द्वारा कार्यशाला के विषय मे विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में पर्यावरण संरक्षण के लिए मिट्टी के गणेश सिद्ध गणेश अभियान अंतर्गत मिट्टी के गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ मनोज कुमार सवैया ने की। विशेष अतिथि प्रो. डॉ. रामावतार जगनेरी, रजनी गुर्जर, अंजुप पाटीदार, सोमेश उपाध्याय थे। कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक पं. मुकेश शर्मा ने कहा हमे पर्यावरण को बचाने के लिए प्रत्येक घर में मिट्टी के गणेश बनाकर इस गणेश चतुर्थी पूजा करना चाहिए। बाद में इस मिट्टी की मूर्ति को अपने घर के बगीचे तथा गमले विसर्जन करके पौधारोपण करना चाहिए। जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। पुराने समय में हम घर पर बने गणेश जी का ही पूजन किया करते थे, परंतु आज की आधुनिकीकरण के कारण हम अन्य केमिकल से बनी मूर्ती का उपयोग करते है। अगर हम मिट्टी के बने गणेश तथा अन्य मिट्टी से निर्मित सामान का उपयोग करेंगे, तो स्वरोजगार के अवसर ग्रामीण लोगों को मिलेंगे जो इस प्रकार के कार्य से परम्परागत रुप से जुडे हुये है। ब्लॉक समन्वयक श्री पाठक ने कहा कि मूर्ति बनाने की कार्यशाला सम्पन्न करने का मूल उद्देश्य यही है कि हमें अपनी धार्मिक भावनाओं को अब प्रकृति से जोडऩा होगा। क्योंकि ये मूर्तियां हम सभी नदी या तालाब आदि में विसर्जित करते हैं। जो मूर्तियां वर्तमान में प्रयोग की जाती हैं, उनमें रासायनिक रंगों और प्लास्टर ऑफ पेरिस का प्रयोग किया जाता है। जो कि नदी अथवा तालाब में विसर्जन के बाद घुलकर जल को प्रदूषित करते हैं। एक ओर जल में रहने वाले जीव जंतु काल कलवित होते हैं, वहीं यही जल हमारे दैनिक जीवन में उपयोग में लाया जाता है इससे मानव जीवन को भी अनेक चर्म रोग और कैंसर जैसी भयावह बीमारियों से जूझना पड़ता है। प्रशिक्षार्थी विद्यार्थियों से इस वर्ष अपने-अपने गांव के प्रत्येक घर में इस मिट्टी की मूर्ति का ही पूजन करने के लिए आग्रह किया।इसमें सभी नवांकुर सखी एवं प्रस्फुटन समिति सदस्यों ने बड़ी तन्मयता के साथ में गणेश जी का निर्माण सीखा। कार्यक्रम को प्राचार्य ,सोमेश उपाध्याय ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर परामर्शदा का अशोक भाटी, गोकुल राठौर तथा जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समिति एवं नवांकुर सखी प्रभारी दल के सदस्य उपस्थित थे। संचालन परामर्शदाता महेश सोलंकी ने किया एवं आभार राजेंद्र सिंह सेंधव ने माना।

