देवास। सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों से त्रस्त पंचायत सचिवों का आक्रोश अब खुलकर सामने आने लगा है। मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संगठन के प्रांतव्यापी आंदोलन के तहत देवास जिले के पंचायत सचिवों ने सोमवार को भोपाल चौराहे से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालकर जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को ज्ञापन सौंपा।
यह रैली प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मेंद्र जोशी और जिला अध्यक्ष कुंवर आनंद सिंह ठाकुर के नेतृत्व में निकाली गई, जिसमें जनपद पंचायत कन्नौद, देवास, बागली, खातेगांव, सोनकच्छ और टोंकखुर्द की 496 ग्राम पंचायतों के सचिव शामिल हुए। ज्ञापन का वाचन करते हुए संगठन महामंत्री धर्मेंद्र जोशी ने कहा कि सरकार ने शिक्षाकर्मियों और पंचायत सचिवों की नियुक्ति एक ही समय, एक ही अध्यादेश और नोटिफिकेशन के तहत की थी, परंतु आज शिक्षाकर्मियों को अध्यापक बनाकर उन्हें छठवां और सातवां वेतनमान सहित समस्त शासकीय सुविधाएं प्रदान कर दी गई हैं। वहीं पंचायत सचिव आज भी अल्प वेतन और अस्थायी व्यवस्था में काम करने को मजबूर हैं। विभाग के प्रमुख आधार स्तंभ होते हुए भी उन्हें शासकीय कर्मचारियों जैसी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 3 अगस्त 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक सभा में पंचायत सचिवों को शिक्षक/अध्यापक वर्ग के समान सुविधाएं और वेतनमान देने की घोषणा की थी, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त घोषणाएं केवल कागजों तक सीमित हैं। पंचायत सचिव आज भी पथराई आँखों से सरकार की घोषणाओं के अमल में आने का इंतजार कर रहे हैं।
आक्रोशित पंचायत सचिवों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही विभाग में संविलियन तथा 3 अगस्त 2023 की घोषणाओं पर अमल नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश की ग्राम पंचायतों में तालाबंदी कर ‘काम बंद-कलम बंद’ आंदोलन किया जाएगा। पंचायत सचिवों के इस आंदोलन से एक बार फिर सरकार पर दबाव बढ़ गया है और यदि मांगे नहीं मानी गईं तो पंचायत स्तर पर विकास कार्यों पर असर पड़ सकता है। इस अवसर पर प्रदेश संगठन मंत्री शोभाराम जाट, जिला प्रवक्ता विजय माली, टोंक ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश सिंह राजपूत, जिला उपाध्यक्ष मनोहर साय (देवास), ब्लॉक अध्यक्ष (देवास) प्रदीप सिंह ठाकुर, कन्नौद ब्लॉक अध्यक्ष शंकर जानी, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन सिंह ठाकुर, नंदकिशोर प्रजापति, अर्जुन देवड़ा, विश्वास बघेल, प्रदीप सिंह (ब्लॉक देवास), ईश्वर सिंह मालवीय, प्रेमनारायण मालवीय, रमेश पाटीदार, पर्वत सिंह बलोनोया, यशपाल कोठारी, रमेश मीणा, बलराम यादव, गजानंद मीणा, शिवराम यादव, लक्ष्मीनारायण परमार, लखन यादव, प्रहलाद कर्मा, मदनलाल अग्रवाल, केदार चौहान, देवकरण चावरे, मेहबूब खान, राहुल विजवा, विवेक गुप्ता, प्रेमसिंह बघेल, शिवराम पंचोली, आईदान योगी, किशोर राठौर, नारायण पिपले, नारायण पिपले सहित बडी संख्या में जिलेभर के पंचायत सचिव बडी संख्या में उपस्थित थे।
