देवास। केमिकल कंपनी इफका लिबर्टी में कार्य करने के दौरान मजदूर का पैर जलने पर कम्पनी द्वारा आर्थिक सहायता नहीं करते हुए कंपनी से बेदखल कर जाली बाउचकर लगाए जाने संबंधी शिकायत प्रेम नगर पार्ट 2 निवासी अरूण सोनी ने कई बार कलेक्टर, एसपी सहित प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं मानव अधिकार आयोग से की, लेकिन आज चार वर्ष बाद भी श्री सोनी की सुनवाई नही हुई। पीडित मजूदर दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पीडि़त मजदूर सोनी ने बताया कि वह औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत इफका लिबट्री में 2021 से मासिक वेतन 12 हजार रुपए से लगे थे। इससे एक्स्ट्रा कार्य करने के पैसे अलग मिलते थे। 24 फरवरी 2022 को शाम 4.30 बजे कम्पनी में कार्य करने के दौरान बायलर की राख से अरूण सोनी का पैर बुरी तरह से झुलस गया। घटना के बाद कम्पनी ठेकेदार के सुपरवाइजर ने विश्वास में लेकर कहा कि कम्पनी तुम्हारी मासिक वेतन देते हुए पूरा उपचार कराएगी और पुन: स्थाई रूप से काम पर रखेगी। लेकिन कम्पनी द्वारा जो कहा गया उस पर अमल नही किया, आज चार वर्ष बीत गए है। कम्पनी द्वारा उपचार भी नही कराया गया और किसी भी प्रकार का वेतन भी नही दिया गया। शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्यवाही कम्पनी के विरूद्ध नही हुई। श्री सोनी ने बताया कि सभी दूर से भटकने के पश्चात आज मंगलवार को जनसुनवाई में आवेदन देंगे। यदि आवेदन के दौरान सुनवाई नही होती है तो वह कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

