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1 Jan 2026, Thu

जिलेभर में छायादार वृक्षों की अंधाधुंध हो रही अवैध कटाई, प्रतिदिन वाहनों से किया जा रहा परिवहन

देवास। जिले में छायादार पेड़ो पौधों की अवैध कटाई कर प्रतिदिन वाहनों से परिवहन किया जा रहा है। यदि रोक नहीं लगाई नहीं तो आने वाले समय में जिला रेगिस्तान हो सकता है। अवैध लकड़ी माफिया पूरे जिले में सक्रिय है। आए दिनों जंगलों में अवैध कटाई बैखोफ रूप से जारी है। मध्य रात्रि को 1 से 4 बजे तक आसानी से वन विभाग की चौकी के सामने से अवैध रूप लकड़ी से भरे वाहन गुजरते हैं, लेकिन उन पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है। सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने बताया कि सरकार प्रतिवर्ष आमजन को अधिक से अधिक पेड़ पौधों लगाने के जागरूक किया जाता है, ताकि पर्यावरण स्वच्छ हो सके। करोड़ों रुपए का बजट दिया जाता है। दूसरी ओर पेड़-पौधों के सुरक्षा की ओर ध्यान केंद्रित नहीं किया जाता है। आए दिनों जिले से अलग-अलग स्थानों पर लकड़ी माफिया वन मंडल के अधिकारियों, कर्मचारियों से साठगांठ कर सहयोग कर रहे। चाहे जिले में पीपलरवा, चौबाराधीरा, बागली, खातेगांव, कन्नौद, सतवास, हाटपीपिया, आगरोद, विजयजंग मंडी सहित नगर निगम क्षेत्र में खुलेआम छायादार, फलदार पेड़ों की कटाई जारी है। प्रतिबंधित आम, जामुन, नीम, पीपल, बरगद, अमरूद सहित अनेक फलदार औषधि, फलदार पेड़ों पौधे काटे जा रहा है। जिसके कारण पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पेड़ पौधों की कटाई को रोकने के लिए राजस्व विभाग, वन विभाग और ग्राम पंचायत में पटवारी को अधिकार दिए गए है। जब रोकने की बारी आती है। एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर पल्ला झाड़ लेते हैं। सरकारी महकमे के निकम्मे पन से जिले में जंगल का तेजी से विनाश हो रहा है। इसको रोकने का दायित्व कौन सा विभाग कर रहा है ये भगवान भरोसे चल रहा है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ अनुचित है। नेशनल यूनिटी ग्रुप के संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर, सुनील सिंह ठाकुर, हटेसिंह दरबार, अभिषेक सोनी, जयसिंह ठाकुर, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, जितेंद्र मारू, सीताराम योगी, सुभाष वर्मा, गुडु मसाले वाला, रवि ठाकुर, रफीक पठान आदि ने डीएफओ, अमितसिंह चौहान से वन पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ो अवैध कटाई पर रोक लगाने के लिए वन विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा और अवैध लकड़ी परिवहन के मामले में कानूनी रूप से कार्यवाही, अवैध लकड़ी परिवहन वन अधिनियम के तहत अवैध रूप कटाई करने पर 1 लाख रुपए का जुर्माना और वाहन को राजसात करने की कार्यवाही करने की मांग की है।