देवास। देवास की डॉली सोनी ने महाराष्ट्र में जाकर शहर का नाम गौरवान्वित किया। महाराष्ट्र के नागपुर में श्रीमती चंद्र परवल और अनिता कड़ेल द्वारा मेढ़ क्षत्राणि स्वर्णकार महाकुंभ आयोजित किया गया। महाकुंभ में सभी राज्यों की क्षत्राणियां ने भाग लिया, जिसमें प्रथम राधारानी, द्वितीय आदिशक्ति, तृतीय क्षत्राणि की प्रतियोगिता थी। जिसमें तीन राउंड हुए, 6 जज इसको देख रहे थे। जिसमें सभी राज्यों से पधारी क्षत्राणियां ने हिस्सा लिया। देवास की डॉली सोनी इसमें प्रथम आई। डाली सोनी ने मध्यप्रदेश के साथ देवास का नाम रोशन किया। देवास मां चामुंडा और तुलजा भवानी की नगरी है। जहां पर डॉली सोनी ने जन्म लिया। डाली नितिन जी का कहना है कि मां चामुंडा के आशीर्वाद से मुझे प्रथम स्थान मिला और मैं चाहती हूँ कि सभी नई उम्र की लड़कियों को तलवारबाजी जरूर सिखाएं और आत्मरक्षा के लिए तलवारबाजी बहुत जरूरी है। हमारे हिंदुत्व में नारी शक्ति के लिए हाथ में तलवार होने की परंपरा देवी-देवताओं से चली आ रही है।

