देवास। जिले के एक प्रेम विवाह के बाद पति-पत्नी के बीच दूरी ने एक गंभीर मोड ले लिया है। खातेगांव निवासी बलराम विश्नोई ने निकिता नामक युवती से लव मैरिज की थी, अब अपने ही रिश्ते के लिए कानूनी लडाई लड रहे है। शादी के कुछ दिनो बाद ही निकिता अपने मायके चली गई और बलराम का आरोप है कि निकिता के मायके वालों ने उसे वापस भेजने से इंकार कर दिया है।बलराम ने जनसुनवाई में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक देवास को आवेदन सौंपकर अपनी पत्नी और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बलराम का कहना है कि उसकी पत्नी निकिता पिता रेवाराम राठौर ग्राम पीपलकोटा तह. सतवास, जिला देवास द्वारा उस पर लगातार झूठी एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। बलराम ने हाल ही में थाना सतवास में दर्ज की गई एफआईआर को भी बेबुनियाद बताया है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।बलराम के अनुसार, उसका विवाह निकिता पिता रेवाराम के साथ 20 दिसंबर 2023 को हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न हुआ था और इसी दिन म.प्र. शासन के नगर निगम भोपाल में भी उनका विवाह पंजीकृत हुआ। शादी के बाद दोनों ने एक साथ जीवन यापन की शुरुआत की थी और इसकी जानकारी निकिता ने स्वयं सोशल मीडिया और पत्रों के माध्यम से अपने परिजनों सहित पुलिस विभाग को दी थी। बलराम का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद निकिता के परिजनों द्वारा उनके रिश्ते में दखलअंदाजी शुरू कर दी गई और राजनीतिक दबाव बनाकर झूठी गुमशुदगी की रिपोर्ट 26 फरवरी 2024 को दर्ज कराई गई। इसके बावजूद निकिता ने 1 मार्च 2024 को खातेगांव थाने में दिए बयान में बलराम से अपनी मर्जी से शादी करने की बात स्वीकार की थी।बलराम ने आगे बताया कि जब उसने न्यायालय में धारा 9 का आवेदन प्रस्तुत किया, तो इसके बाद उस पर साजिश के तहत गंभीर आरोप लगाकर झूठा केस दर्ज करवा दिया गया। बलराम का कहना है कि यह सब उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करने और समझौता करने के लिए दबाव बनाने की रणनीति है। बलराम का कहना है कि यदि मेरी पत्नी मेरे साथ रहना चाहती है तो वो और उसका परिवार उसे अपनाने को तैयार है। पीडित बलराम व उसके परिजनों ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक देवास से मांग की है कि सतवास थाने में दर्ज हालिया एफआईआर की निष्पक्ष जांच की जाए और उसे बार-बार झूठे मामलों में फंसाने से रोका जाए।
प्रेम विवाह के बाद पत्नी को मायके वालो ने रोक लिया- पति ने लगाया पत्नी और ससुराल वालों पर झूठे प्रकरण में फंसाने का आरोप, एसपी व कलेक्टर से की जांच की मांग

