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31 Dec 2025, Wed

देवास के किसानों ने करनाल में सीखी उन्नत गेहूं उत्पादन की आधुनिक तकनीकें

देवास। जिले के पटाड़ी क्षेत्र से चयनित किसानों के लिए गेहूं की उन्नत उत्पादन तकनीकों पर आधारित दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर), करनाल में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण जनरल मिल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत बाएफ लाइवलीहुड्स द्वारा संचालित पुनर्योजी कृषि आधारित परियोजना ‘मालवधरा’ के तहत आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डॉ. रतन तिवारी की अध्यक्षता में हुआ। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि उन्नत बीज उत्पादन, वैज्ञानिक पोषण प्रबंधन एवं प्रभावी रोग नियंत्रण तकनीकों को अपनाकर किसान न केवल उत्पादन बढ़ा सकते हैं, बल्कि गेहूं की गुणवत्ता और लाभप्रदता में भी सुधार कर सकते हैं। प्रशिक्षण के प्रथम दिन गेहूं के उन्नत बीज उत्पादन, प्राकृतिक खेती, संतुलित पोषण प्रबंधन, कटाई उपरांत बीज भंडारण एवं कीट प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी व्याख्यान दिए गए। इस दौरान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अरुण गुप्ता, डॉ. अनूप कुमार एवं डॉ. अमित शर्मा ने किसानों को नवीनतम अनुसंधान आधारित तकनीकों की जानकारी दी। दूसरे दिन मध्य प्रदेश में गेहूं की प्रमुख बीमारियों एवं उनके प्रबंधन, उन्नत बीज उत्पादन की रणनीतियों तथा गेहूं की खेती के अर्थशास्त्र, विपणन एवं व्यापार पर विस्तृत चर्चा की गई। डॉ. रविन्द्र सिंह शेखावत ने लागत-लाभ विश्लेषण और बाजार से जुड़ी व्यावहारिक जानकारियां साझा कीं, जबकि डॉ. उमेश काम्बले एवं डॉ. मंगल सिंह ने अनुसंधान प्रक्षेत्र एवं प्रशिक्षण गतिविधियों से जुड़े अनुभव बताए। इस प्रशिक्षण सह प्रक्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम का समन्वय आईआईडब्ल्यूबीआर, करनाल से बाएफ लाइवलीहुड्स के रीजनल इंचार्ज एवं कार्यक्रम प्रबंधन जे.एल. पाटीदार द्वारा किया गया। परियोजना ‘मालवधरा’ के परियोजना अधिकारी विनय पाटीदार एवं कृषि विशेषज्ञ सुरेश मेवाडा भी इस दौरान उपस्थित रहे। समापन सत्र में विशेषज्ञों ने किसानों से अपील की कि वे प्रशिक्षण में प्राप्त वैज्ञानिक तकनीकों को अपने खेतों में अपनाकर गेहूं की उत्पादकता, गुणवत्ता और आय में वृद्धि करें। प्रतिभागी किसानों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी, व्यवहारिक एवं प्रेरणादायक बताते हुए आयोजकों एवं संस्थान के प्रति आभार व्यक्त किया।