देवास। ग्राम पंचायत आगरोद में उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। निर्धारित और इंजीनियर द्वारा स्वीकृत स्थान को छोडक़र किसी अन्य स्थान पर उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने के विरोध में मंगलवार को ग्रामवासियों ने सरपंच पति दिनेश सोलंकी एवं पंचायत सचिव प्रेम नारायण शर्मा के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सभा द्वारा सर्वे नंबर 530 रकबा 1.14, 530,3.54, 524 .0.53 हेक्टेयर को उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए पहले ही उचित स्थान के रूप में चिन्हित किया गया था। यह स्थान जिला कलेक्टर के संज्ञान में भी है और ग्राम पंचायत द्वारा भी पूर्व में यही स्थान तय किया गया था।ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि इंजीनियर ने उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण को आगरोद से हटाकर निकटवर्ती गांव गोरवा की ओर स्थानांतरित कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इंजीनियर ने आगरोद के सरपंच से कथित रूप से रुपए की मांग की थी, जो पूरी न होने पर उसने उप स्वास्थ्य केंद्र को अन्यत्र स्वीकृत करा दिया। ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा कि आगरोद के आसपास करीब 5-6 गांव हैं, जिनके लिए यह उप स्वास्थ्य केंद्र आवश्यक है और इसी कारण पहले से तय स्थान पर ही इसका निर्माण होना चाहिए। इस दौरान ग्राम पंचायत आगरोद के ग्रामीणों ने एकजुट होकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से गोपाल मकवाणा, पूंजीलाल, संजयसिंह, धर्मेंद्र झाला, विनय सिंह, खुमान झाला, भोला झाला, हरेंद्र झाला, जोगेंद्र झाला, राहुल सिंह, पंकज सिंह, कृपाल झाला, सुरेंद्र सिंह, सूरज सिंह, कैलाश सिंह, धीरज सिंह, कमलेश सिंह व दिनेश मालवीय उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूर्व निर्धारित और स्वीकृत स्थान पर ही कराया जाए, ताकि सभी ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके।
इंजीनियर ग्राम पंचायत आगरोद के उप स्वास्थ्य केंद्र के स्थान में कर रहा फेरबदल, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

