देवास। पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने सतवास के रिटायर्ड शिक्षक प्रमोद गौर से 20 लाख 81 हजार 382 रुपए की राशि हड़प ली थी। एसपी पुनीत गहलोत ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपियों ने मुंबई से पुलिस अधिकारी बनकर मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देकर पीडि़त से पैसे हड़पे थे। गिरफ्तार आरोपियों में सोमेश्वर उर्फ सोम निनानिया (दिल्ली), संजय उर्फ संजू निनानिया (गाजियाबाद), गौरव उर्फ ऋतिक चौहान (नीमच), हर्ष उर्फ पीटर प्रजापत (इंदौर), ऋषिकेश पवार (महाराष्ट्र) और सुनील उर्फ सागर जाधव (महाराष्ट्र) शामिल हैं। जांच में पता चला कि आरोपी टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर अच्छा कमीशन देने का लालच देकर लोगों के बैंक खाते किराए पर लेते थे। इन खातों का उपयोग ठगी की राशि के लेनदेन के लिए करते थे। पुलिस ने 11,61,965 रुपए की राशि होल्ड करवा दी है। पुलिस की विशेष टीमों ने दिल्ली, हरियाणा (पंचकुला), महाराष्ट्र (सांगली) और इंदौर से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे बैंक खातों का उपयोग करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए हवाई यात्रा करते थे। पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी ग्रेजुएट हैं और इनके खिलाफ देवास जिले में अन्य 37 जगहों पर और विभिन्न राज्यों में भी शिकायतें दर्ज हैं। आरोपियों के पास से 10 मोबाइल, एक टैबलेट, एक लैपटॉप, एक पासबुक और 4 एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।
डिजिटल अरेस्ट गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, ठगी करने वाले छह आरोपी गिरफ्तार- देवास के रिटायर्ड टीचर से 20 लाख हड़पे थे

