देवास। अमलतास अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में चोरी और दुष्कर्म की मंशा से घुसकर छात्रा पर प्राणघातक हमला करने वाले आरोपी को देवास पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया है।यह कार्रवाई ऑपरेशन त्रिनेत्रम के अंतर्गत की गई, जिसमें जनसहयोग से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी की पहचान की गई।घटना का संक्षिप्त विवरण: दिनांक 18 जून 2025 को रात्रि लगभग 1 बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने अमलतास अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर छात्रा के कमरे में जबरन प्रवेश किया और चाकू की नोंक पर छेड़छाड़ करते हुए जानलेवा हमला किया। सूचना प्राप्त होते ही थाना बैंक नोट प्रेस में अपराध क्रमांक 628/2025 धारा 109(1), 331(7), 74, 75(1), 75(2), 115(2), 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोत ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री जयवीर सिंह भदौरिया एवं उप पुलिस अधीक्षक (एल/आर) श्री संजय शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री अमित सोलंकी के नेतृत्व में 4 विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया।तकनीकी अनुसंधान एवं आरोपी की गिरफ्तारी:पुलिस टीमों ने 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 42 संदिग्धों से पूछताछ की। लगातार तीन दिन तक चले सघन प्रयासों के बाद आरोपी संजय परमार उर्फ संजू (उम्र 30 वर्ष), निवासी ग्राम बांगर को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध कबूल किया।आरोपी ने बताया कि वह पूर्व में अमलतास हॉस्पिटल के गर्ल्स हॉस्टल निर्माण कार्य में मजदूरी कर चुका है, जिससे उसे परिसर की भौगोलिक जानकारी थी। उसने चोरी के इरादे से हॉस्टल में प्रवेश किया, लेकिन छात्रा को अकेला देखकर उसकी नियत बिगड़ गई। उसने छात्रा से जबरन संबंध बनाने की कोशिश की, और विरोध करने पर उस पर चाकू से हमला किया।
वारदात का तरीका: आरोपी रात के अंधेरे में खेत की ओर से तालाब के पास पहुंचा। वहां से सीढ़ी उठाकर हॉस्टल की छत पर चढ़ा और पीछे की ओर से बाथरूम के रास्ते कमरे में प्रवेश किया। संजय परमार पर पूर्व में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज है:अपराध क्रमांक 486/25, थाना बैंक नोट प्रेस – धारा 354, 354(1)(i), 542, 506 भादवि तथा 7/8, 9एन/10 पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत दर्ज।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान: इस सराहनीय कार्य में थाना बीएनपी के निरीक्षक अमित सोलंकी, उनि तरुण कुमार बोडके, राहुल परमार, गोपाल चौधरी, सउनि कमल सिंह ठाकुर, राजेश नायला, अजय शर्मा, निलेश राणा, हितेन्द्र चंद्रवंशी, प्रआर हिमांशु, कुलदीप सिंह, रवि पटेल, रघुनंदन, भारत, आर दीपेन्द्र, संदीप यादव, प्रआर चालक रशीद खान तथा सायबर सेल से प्रआर सचिन चौहान और शिव प्रताप सिंह सेंगर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।देवास पुलिस की इस तत्परता से न केवल एक गंभीर अपराध का खुलासा हुआ, बल्कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस की प्रतिबद्धता भी सामने आई है। आरोपी के विरुद्ध आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

