देवास। नगर निगम द्वारा जनता के पैसो का दुरुपयोग किया जा रहा है। जिससे शहरवासी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। उक्त आरोप सामाजिक कार्यकर्ता आर.बी. भाई पटेल ने लगाते हुए जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया। श्री पटेल ने बताया कि नगर निगम व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा शहरभर में मनमाने ढंग से काम किए जा रहे है। कोई भी जनहित की बात नही कर रहा है। सिर्फ अपनी मनमानी में लगे हुए है। साथ ही पूरा शहर गंदी राजनीति का शिकार हो रहा है। श्री पटेल ने आवेदन में बताया कि मुझे समाचार पत्र से प्राप्त जानकारी मिल कि नगर निगम ने 535 करोड रूपये का पानी खरीदा बताया था तो वही किसी दूसरे अखबार ने 600 करोड रूपए का पानी जनता को देने हेतु खरीदना बताया, इसमे सच क्या है और झूठ किया है। देवास के समस्त सामान वर्ग के लोग माह जनवरी, फरवरी, मार्च अप्रैल में अपने निवास स्थान पर पानी नहीं आने के कारण अपने संसाधन साइकिल ड्रम आदि से शहर के विभिन्न स्थानो पर जाकर पानी की व्यवस्था करते है। इतने रूपए का पानी खरीदने के बाद भी शहर में जल संकट है। नगर निगम की राशि से जनता के हितार्थ पानी खरीद कर जनता को दिया जाए। नगर निगम के कचरा वाहन ठेकेदार के ड्रायवर मजदूर आदि पिछले दो माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। ठेकेदार को निर्देश दिए जाए कि वाहन चालक व मजदूर को समय पर वेतन दे, जिससे वे अपने परिवार का पालन पोषण कर सके। नगर निगम के जवाबदार जनप्रतिनिधि द्वारा पुराने कलेक्ट्रेट के सामने जिला चिकित्सालय की शासकीय भूमि पर कब्जा कर मंदिर का निर्माण किया गया है। मंदिर को छोड अन्य खाली पडी जगह पर जनहित में स्थानीय चिकित्सालय का निर्माण किया जाए। साथ ही आसपास से अवैध अतिक्रमण हटाया जाए। श्री खेडापति मंदिर के सामने लक्ष्मीनारायण मंदिर की भूमि पर जनप्रतिनिधि द्वारा आम जनता की सुविधा का प्रचार प्रसार कर एक दुकान का निर्माण कर रखा है, जिसमे प्रतिमाह हजारो रूपये का किराया जनप्रतिनिधि को प्राप्त हो रहा है। यह कि जिला चिकित्सालय की भूमि जहा मदिर निर्माण हुआ है। श्री पटेल ने मांग की है कि उपरोक्त मांगों को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही की जाए।

