देवास। जिले के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम नेमावर के वार्ड क्रमांक-01 स्थित संत रविदास नगर कॉलोनी के रहवासियों ने मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर एक सामूहिक आवेदन सौंपा। स्थानीय लक्ष्मण धनोरे एवं ग्रामीणों ने बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नही है, फिर हम 100 से 50 रूपए एकत्रित कर वाहन करके कलेक्टर कार्यालय पहुंचे है। हमारी मांग है कि हमारे आवासीय मकानों को नगर परिषद नेमावर की सीमा में शामिल कर, उन्हें आवासीय पट्टे दिए जाएं, ताकि वे प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी सुविधाओं का लाभ ले सकें। करीब 70 से 80 परिवारों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में बताया कि वे विगत 40 से 50 वर्षों से इस क्षेत्र में निवासरत हैं और सभी गरीब, भूमिहीन व दिहाड़ी मजदूर हैं। अधिकांश लोगों के मकान कच्चे हैं, जो बरसात के मौसम में गिरने की कगार पर रहते हैं, जिससे जनहानि का भी खतरा बना रहता है। रहवासियों का कहना है कि संबंधित भूमि को गोचर भूमि बताकर उन्हें आवासीय योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा है, जबकि कई अन्य लोगों को पूर्व में लाभ मिल चुका है। इस संबंध में वे स्थानीय नेताओं और अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। आवेदन में आग्रह किया गया है कि उक्त क्षेत्र को नगर परिषद सीमा में सम्मिलित कर, उन्हें आवासीय पट्टे दिए जाएं जिससे वे अपने कच्चे मकानों को पक्का बना सकें और सरकार की योजनाओं का लाभ पा सकें। इस दौरान राजाराम, हेमराज, महेश, अरूण, अमृत, गिरधारी, गजराज, रामनिवास, सुखराम, शिवप्रसाद, हरिओम, रामदीन, महेश, रमेश, शैतान, शिवप्रसाद, मिश्रीलाल सहित बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मकानों को नगर परिषद सीमा में शामिल कर आवासीय पट्टे दिए जाने की मांग, ग्राम नेमावर से जनसुनवाई में पहुंचे ग्रामीण

