देवास। विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर जन शिक्षण संस्थान देवास द्वारा एक विचार गोष्ठी एवं कौशल संवाद कार्यक्रम का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कौशल विकास की महत्ता को रेखांकित करना एवं समाज तथा व्यक्तिगत विकास में उसकी भूमिका को उजागर करना था। इस अवसर पर संस्थान में कौशल विकास से जुड़े विभिन्न हितग्राहियों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। प्रतिभागियों ने बताया कि कैसे वे अपने हुनर के माध्यम से न केवल अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं, बल्कि परिवार व समाज के समग्र विकास में भी योगदान दे रहे हैं। इसके साथ ही आधुनिक तकनीकों के माध्यम से कौशल में नवाचार और सीखने की प्रक्रिया पर भी गहन चर्चा हुई। संस्थान के निर्देशक श्री मुकेश मेहरडे ने बताया कि कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के 10 वर्ष पूर्ण होने पर संपूर्ण देश में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में देवास संस्थान परिसर में भी कौशल संवाद कार्यक्रम एवं स्वच्छता शपथ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षक श्रीमती भावना मिश्रा ने प्रतिभागियों को कौशल विकास में निरंतर सीखने की प्रक्रिया के महत्व से अवगत कराया। वहीं कार्यक्रम अधिकारी श्री सीताराम मालवीय ने कौशल के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण के विषय में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर संस्थान की पूर्णिमा बाऊसकर, मोनिका बरेठा, रेखा पुनासिया सहित कई अन्य सदस्यों ने सक्रिय सहभागिता की। कार्यक्रम का सफल संयोजन मुकेश रेकवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में युवाओं के उत्साह, जागरूकता एवं कौशल विकास की दिशा में उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दी, जो समाज के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

